मशीनीकृत स्वच्छता इकोसिस्टम के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना (नमस्ते)

मशीनीकृत स्वच्छता इकोसिस्टम के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना

(नमस्ते) (वर्ष 2023-24 से लागू)

 

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के साथ मिलकर जुलाई 2023 में सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय मशीनीकृत स्वच्छता पारिस्थितिकी तंत्र (नमस्ते) योजना शुरू की है। इसका उद्देश्य परिसंकटमय सफाई की रोकथाम और प्रशिक्षित एवं प्रमाणित सफाई कर्मचारियों के माध्यम से सुरक्षित सफाई प्रथाओं को बढ़ावा देना है। इस योजना का उद्देश्य सीवर और सेप्टिक टैंकों की परिसंकटमय सफाई में लगे लोगों को औपचारिक बनाना और उनका पुनर्वास करना है।

 

नमस्ते योजना का उद्देश्य सफाई कार्य में शून्य मृत्यु दर प्राप्त करना, सफाई कर्मचारियों का मानव मल के साथ सीधे संपर्क समाप्त करना, सभी सफाई कार्य सुरक्षा उपकरणों के माध्यम से करना, सभी सफाई कार्य कुशल श्रमिकों द्वारा किया जाना, आपातकालीन प्रतिक्रिया स्वच्छता इकाइयों (ईआरएसयू) को सुदृढ़ बनाना और सक्षम बनाना है, ताकि मशीनीकृत सफाई सेवाओं की सुरक्षित डिलीवरी सुनिश्चित की जा सके, तथा स्वयं सहायता समूहों के गठन और उद्यमिता आदि के माध्यम से सफाई कर्मचारियों को सशक्त बनाया जा सके।

 

घटकों में सीवर और सेप्टिक टैंक श्रमिकों (एसएसडब्ल्यू) की प्रोफाइलिंग, एबी-पीएमजेएवाई के तहत स्वास्थ्य बीमा, एसएसडब्ल्यू का व्यावसायिक सुरक्षा प्रशिक्षण, स्वच्छता संबंधी वाहनों/उपकरणों की खरीद के लिए अग्रिम पूंजी सब्सिडी, एसएसडब्ल्यू को पीपीई किट, ईआरएसयू को सुरक्षा उपकरण और एसएसडब्ल्यू की सुरक्षा और सम्मान के बारे में जागरूकता के लिए आईईसी अभियान शामिल हैं।

 

ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में लगे कूड़ा बीनने वालों को 2024 में नमस्ते योजना के तहत एक घटक के रूप में शामिल किया गया है, जिसका उद्देश्य विभिन्न हस्तक्षेपों के माध्यम से उन्हें सशक्त बनाकर सुरक्षित, सम्मानजनक और स्थायी आजीविका प्रदान करना है। कूड़ा बीनने वालों की गणना की जाएगी और उन्हें व्यावसायिक सुरक्षा और कौशल उन्नयन प्रशिक्षण दिया जाएगा; विशेष मौसम और ज़रूरत के हिसाब से पीपीई किट; आयुष्मान भारत-पीएमजेएवाई के तहत स्वास्थ्य बीमा और कचरा संग्रह वाहनों आदि के लिए अग्रिम पूंजी सब्सिडी।

 

पूर्ववर्ती मैनुअल स्‍केवेंजरों के पुनर्वास के लिए स्‍व-रोजगार स्‍कीम (एसआरएमएस) के घटकों जैसे आयुष्मान भारत - पीएमजेएवाई के तहत स्वास्थ्य बीमा; कौशल विकास प्रशिक्षण और स्वरोजगार परियोजनाओं के लिए अग्रिम पूंजी सब्सिडी को नमस्ते योजना में शामिल कर लिया गया है।

 

मशीनीकृत स्वच्छता इकोसिस्टम के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना (नमस्ते) (वर्ष 2023-24 से लागू)

नमस्ते स्कीम के अंतर्गत कचरा बीनने वालों के घटक को शामिल करने के लिए स्कीम के दिशा-निर्देश ( वर्ष 2024-25 से लागू)

 

राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त और विकास निगम (एनएसकेएफडीसी) की बेवसाइट पर जाएं

 

 


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